Wednesday, 5 October 2016

Secrets of Effective Communication Skills...

Secrets of Effective Communication Skills – अच्छे वार्तालाप के आठ रहस्य

Communication (वार्तालाप) एक ऐसा हुनर है, जिसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति के विचार, विवेक और किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व का पता चलता है| चाहे व्यवसाय हो, नौकरी हो या कोई अन्य क्षेत्र, Effective Communication Skills (प्रभावी संप्रेषण की कला) को सफलता के लिए अति-महत्वपूर्ण माना जाता है|

कई लोगों द्वारा बहुत अधिक मेहनत करने के बावजूद सफलता प्राप्त न करने का मुख्य कारण, सही Communication Skills का आभाव होता है|

University of Chicago Booth School of Business द्वारा किये गए एक शोध में बहुत ही चौकाने वाला निष्कर्ष सामने आया| शोधकर्ताओं ने पाया कि हम अनजान लोगों से, जान-पहचान वाले लोगों की तुलना में ज्यादा सही तरीके से बात कर पाते है| क्योंकि हमे लगता है की जिन्हें हम भली भाति जानते है वो समझ गए कि हम क्या समझाना चाहते है इसलिए हम अधिक प्रयास नहीं करते| और जिनसे हम कभी नहीं मिले उन्हें हम अपनी बात समझाने का पूर्ण प्रयास करते हैं|

बेहतर वार्तालाप करना ही एक बेहतर नेतृत्व की गुणवत्ता है और बिना अपनी बात समझाए अथवा बिना अच्छा संप्रेषक बने कोई भी व्यक्ति अच्छा लीडर नहीं बन सकता|

How to Improve Communication Skills

एक समूह को एक व्यक्ति समझे:

अगर आप एक लीडर हैं, तो अधिकांश समय आपको एक समूह के समक्ष अपने विचार व्यक्त करने पड़ते है| वह समूह छोटा भी हो सकता है और काफी बड़ा भी| एक बेहतर लीडर का गुण होता है कि जब वह समूह में बात करे, तो समूह के हर एक व्यक्ति तक बात उसी तरह पहुचनी चाहिए जैसे कि किसी को व्यक्तिगत निर्देश दिया जा रहा है| एक अच्छा वक्ता अपनी वक्तव्य कला से हर श्रोता को अपनी बातो से इस तरह आकर्षित करता है कि हर श्रोता को ऐसा लगता है कि उनसे प्रत्यक्ष रूप से बात हो रही है|

आत्म विश्लेषण

किसी भी भाव को अपने श्रोताओ को व्यक्त करने से पहले उसे खुद समझे और तय करे की क्या ये सटीक भाव और लाइन है, जो आप अपने श्रोताओ को समझाना चाहते हैं| बिना बैचेनी के कुछ समय का वक़्त लेकर शांति से अपने विचार व्यक्त को समझें|

हास्य और उत्साहपूर्ण वार्तालाप

एक अच्छे संप्रेषक (Communicator) को अपने श्रोता या श्रोताओं तक निरंतर रूप से अपनी बात पहुँचाने के लिए बीच बीच में हास्यपूर्ण विचार भी व्यक्त करने होंगे| आपको अपनी बातो में आत्मविश्वास और उत्साह दिखाना होगा, तभी श्रोता अंत तक आपके विचार को उसी उत्साह के साथ सुनेंगे और समझेंगे जितना कि वे शुरुआत में थे|

श्रोताओ को प्रतिक्रिया का मौका

अपने विचार व्यक्त करने के पश्चात अच्छे सम्प्रेषक को, श्रोता के विचारों को ध्यान से सुनना चाहिए और या उनके मन में चल रहे प्रश्नों का भी उत्तर देना चाहिए| अगर श्रोता न पूछे तो अपनी बात ख़त्म करने के पश्चात खुद श्रोता से प्रतिक्रिया देने के लिए बोलना चाहिए !

अनुमान न लगाए

अच्छे संप्रेषक (Great Communicator) का एक गुण  है कि वह अनुमान नहीं लगाता  कि श्रोता क्या सोच रहा है| अगर कोई दुविधा हो तो संप्रेषक, श्रोता  से प्रश्न पूछता है और उन्हें अपना मत रखने का अवसर हमेशा देता है|

वही बोले जो आप एक श्रोता होकर सुनना चाहते है

ऐसा करने से आप बहुत ही सटीक तरीके से बोलने लगोगे, बस सोचिये कि अगर आप किसी श्रोता की जगह होते तो एक संप्रेषक से क्या और कैसे सुनना पसंद करते| आपकी आधी दिक्कत तो इसी में दूर हो जाएगी!

श्रोता के हाव भाव

बहुत बार श्रोता न चाहते हुए भी उस बात के लिए हाँ कह देते है, जो उन्हें समझ नहीं आती क्योंकि हो सकता है वो आपसे उतने सहज नहीं हो| इस परिस्थिति को सँभालने के लिए आपको श्रोता के मुख के हाव भाव को समझना आना चाहिए| हाव भाव समझने से आप बेहतर तरीके से समझ पाएंगे कि क्या श्रोता तक आपके विचार पहुचे या नहीं!

बोलने और सुनने का अभ्यास

अभ्यास ही एकमात्र बेहतर से और भी बेहतर बनने का तरीका है | अच्छा संप्रेषक बनने के लिए पहले अच्छा श्रोता होना बेहद जरूरी है| ज्यादातर लोग बातों को सुनते है, लेकिन ध्यान से समझते नहीं है| इसके लिए जरूरी है कि सबसे पहले आप एक अच्छे श्रोता बनने का अभ्यास करें और उसके एक अच्छे वक्ता बनने का|

क्राउडफंडिंग? /Crowdfunding ...

क्राउडफंडिंग? /Crowdfunding ...

आंखें बंद कर के जरा सोचिए कि आपके बचपन की सबसे अच्छी यादें कौन सी हैं?

जरूर आपके जवाब में मैदान में खेलना, दोस्तों के साथ गप्पे लड़ाना और गर्मी की छुट्टियों में मस्ती करना शामिल होगा। फिर आप यही सवाल आज-कल के बच्चों से पूछिए कि उन्हें अभी क्या अच्छा लगता है?

Crowdfunding- जब सब मिल जाते हैं तब सब मिल जाता है!

अधिकतर मामलों में आप पायेंगे कि उनके जवाब कहीं न कहीं gadgets, technology और internet से जुड़े हैं।

जैसे कि- मोबाइल या कंप्यूटर पे गेम खेलना, WhatsApp और फेसबुक पे दोस्तों के साथ चैटिंग करना या YouTube पे मजेदार videos देखना।

हो सकता है आज की तारीख में ये बातें सिर्फ शहरी बच्चों के लिए fit बैठें, लेकिन हर हाथ में पहुँच रहे smart phones और सस्ते हो रहे डाटा प्लान्स इसे देश के हर एक बच्चे की हकीकत बना देंगे।

दोस्तों, बचपन की तरह ही दुनिया में ज्यदातर चीजें digitize होती जा रही हैं। और आज मैं आपके साथ ऐसी ही एक चीज के बारे में बात करुँगी जिसे हम Crowdfunding कहते हैं।

क्या होती है क्राउडफंडिंग
Crowd का मतलब होता है भीड़ और Funding का अर्थ पैसे इकट्ठे करने से है। तो क्राउड+फंडिंग का सरल मतलब है भीड़ या बहुत से लोगों से पैसा इकट्ठा करना।

यह कोई नई बात नहीं है सदियों से हमारे यहां मंदिरों और सड़कों के निर्माण के लिए लोग छोटी-छोटी राशियाँ दान करते रहे हैं। अपने इलाके में आपने भी कभी न कभी गणेश चतुर्थी, दूर्गा पूजा, होलिका दहन, या ऐसे ही किसी उत्सव के लिए चंदा इकठ्ठा किया होगा या हो सकता है आपने schooling के दौरान किसी NGO के लिए funds collect किये हों! यह सभी एक तरह की ऑफलाइन क्राउडफंडिंग थी।

भारत की सबसे सफल crowdfunding  का example 1977 में बनी फिल्म मंथन है। इसे बनाने के लिए 500000 किसानों ने 2-2 रुपए का योगदान दिया था।

हो सकता है आप सोचें  कि इस भला तरह की चीजों का digitization से क्या लेना-देना?

तो आपको बता दें कि आज इन्टरनेट की मदद से लोग तरह-तरह के initiatives या personal benefits के लिए पूरी दुनिया भर के लोगों से पैसे जुटा रहे हैं। और जो क्राउडफन्डिंग या चंदा इकठ्ठा करने की प्रक्रिया किसी गाँव-मोहल्ले या शहर तक सीमित थी वो अब एक global phenomenon बन चुकी है।

यदि आपको किसी काम के लिए पैसे जुटाने हैं तो सबके घर-घर जाकर समझाने की बजाय आप सोशल मीडिया पर एक साथ हजारों लोगों के सामने अपनी बात रख सकते हैं और अपने प्रोजेक्ट में योगदान करने के लिए motivate कर सकते हैं।

और इस काम को आसान बना रहे हैं world wide web यानि इन्टरनेट पे मौजूद सैकड़ों crowdfunding platforms.

Crowdfunding Platforms क्या होते हैं?

Basically, ये एक वेबसाइट होती है जहाँ पर पैसे जुटाने वाले और पैसे देने वाले एक दूसरे से कनेक्ट हो सकते हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर आप अपनी या किसी और की ज़रूरत के लिए कोई campaign run कर के फण्ड इकठ्ठा कर सकते हैं।

Crowdfunding Platforms से हम किस तरह के काम के लिए पैसे जुटा सकते हैं?

इन प्लेटफॉर्म्स के जरिये आप अलग-अलग nature की चीजों के लिए पैसे जुटा सकते हैं, for example:

सोशल वर्क के लिए
किसी business idea को implement करने के लिए    ( कुछ प्रैक्टिकल बिजनेस आइडियाज यहाँ देखें)
किसी ज़रूरतमंद के इलाज के लिए
किसी को पढाई में हेल्प करने के लिए
यहाँ तक की आप विदेश यात्रा करने के लिए या फिर अपना album launch करने के लिए भी पैसे कलेक्ट कर सकते हैं
तो यही सोच रही होगी उनकी जिन्होंने इंटरनेट पर ऐसे प्लेटफॉर्म बनाए जहां आप अपनी जरूरत के लिए पैसा जुटा पाए
पैसे जुटाने के लिए क्या-क्या steps लेने होंगे?

Step 1:  Decide करिए कि आपको किस काम के लिए, कितने पैसे, कब तक collect करने हैं। और इसके अराउंड अपनी story create करिए। क्राउडफंडिंग में आप आपनी बात किस तरह से रखते हैं ये बेहद ज़रूरी है क्योंकि इसी की basis पर लोग decide करते हैं कि वे आपकी help करने को तैयार हैं या नहीं!

Step 2: अपने purpose के हिसाब से सही crowdfunding platform select करिए।

इसके लिए आप different crowdfunding platforms की वेबसाईट विजिट करिए और analyze करिए कि वहां पर कैसी-कैसी योजनाओं कर समर्थन किया गया है। क्या आपसे मिलते जुलते purpose के लिए किसी ने वहां पैसे जुटाए हैं? यदि, ‘हाँ’ तो आपके यहाँ सफल होने के chances बढ़ जाते हैं।

Step 3: Website पर आपसे और आपके fund raising goal से रिलेटेड कुछ जानकारी मांगी जायेगी। यहाँ आपको बिलकुल genuine रहना चाहिए और सही-सही जानकारी देनी चाहिए। कभी भी गलत जानकारी देकर और किसी छिपे हुए मकसद के लिए पैसे ना जुटाएं। अच्छे crowdfunding platforms campaign चलाने वाले लोगों की जांच करते हैं और फ्रॉड करने वाले लोगों पे कानूनी कार्यवाही भी कर सकते हैं।

Step 4: अपने campaign से रिलेटेड  photos, videos, website और बाकी promotional content create कर लें और इसे Facebook, ब्लॉग पोस्ट्स और अन्य तरीकों से promote करें।

Step 5: Campaign को लगातार monitor करते रहें और अगर इससे सम्बंधित कोई भी प्रश्न उठता है तो उसे फ़ौरन answer करें।

Step 6: And last but not the least, मदद करने वालों को THANK YOU कहना ना भूलें।

यदि मैं किसी प्रोजेक्ट के लिए पैसे देना चाहता हूँ तो क्या करूँ?

यदि आप उन लोगों में से हैं जो किसी cause के लिए अपना support देना चाहते हैं तो भी क्राउडफंडिंग आपके लिए अच्छा उपाय है। आप simply किसी भी crowdfunding website पर जाकर और अपने पसंदीदा प्रोजेक्ट के लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड  या अन्य तरीकों से पेमेंट कर सकते हैं। कुछ वेबसाइट्स पेमेंट करने से पहले आपको रजिस्टर करने को कहती हैं तो कुछ पे आप बिना रजिस्टर किये भी पेमेंट कर सकते हैं।

भारत की सबसे जानी मानी क्राउडफंडिंग वेबसाइट इस प्रकार हैं:

Ketto –  इस वेबसाइट को एक्टर कुणाल कपूर चलाते हैं। इस पर 10 हजार से ज्यादा कैंपेन चलाए जा चुके हैं। इस वेबसाइट पर कैंपेन चलाने वालों को पूरी रकम का 12-14% शुल्क के तौर पर और पेमेंट गेटवे charges के तौर पर अदा करना होता है।

Milap – डोनेशन क्राउडफंडिंग (दान) के अलावा मिलाप पर lending  यानि उधार भी लिया जा सकता है। कुल मिलाकर इनकी फीस पूरी  रकम का लगभग आठ परसेंट होती है।

Crowdera – यह प्लेटफार्म अमरीका और भारत में कार्यरत है और अपने ग्लोबल लॉन्च की तैयारी कर रहा है इसके फाउंडर्स का मानना है कि किसी अच्छे काम में लगे व्यक्ति से फीस नहीं लेनी चाहिए। इसी सोच के चलते क्राउडएरा पर कैंपेन चलाने वालों से कोई सर्विस चार्ज नहीं लिया जाता है।

Bit Giving – सामाजिक कार्यों के अलावा बिटगिविंग  पर कलात्मक रुचियों और इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स के लिए भी पैसे इकट्ठा किए जा सकते हैं। NGOs को इस वेबसाइट पर 6% शुल्क लगता है और बाकियों को 8%. जो कैंपेन असफल होते हैं उनके लिए 10% शुल्क लिया जाता है।

FuelADream – इस website पर fundraisers all or nothing (पूरा या कुछ भी नहीं) और  Keep What You Get (जो मिला वो रखिये) विकल्पों में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं। वैसे इनकी fees जमा हुई  राशि का 9% है, लेकिन service tax का 14% जोड़ कर कुल रकम का लगभग एक चौथाई हिस्सा service charges के रूप में लिया जाता है।

Impact Guru -इंपैक्ट गुरु इंपैक्ट गुरु पर 100 से ज्यादा कैंप 16 अलग-अलग देशों में किए जा चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा में योगदान होने की वजह से इस प्लेटफार्म का शुल्क 10% है।
इन websites पर अगर आप live projects को regularly visit करें तो आप कई जरुरतमंद लोगों की मदद कर सकते हैं। ये सारी जानी-मानी वेबसाइट हैं और कैम्पेन बनाने वालों की जांच-परख करती रहती हैं। इसलिए अगर आप इन वेबसाइटस के जरिए किसी की मदद करते हैं तो इस बात का इत्मीनान रख सकते हैं कि आपका पैसा सही जगह और सही लोगों को ही मिलेगा।

इनके अलावा भी भारत में कई क्राउडफंडिंग प्लेटफार्म उपलब्ध हैं। इंटरनेट के जरिए ये सारे प्लेटफॉर्म्स इस दुनिया को हर प्रोजेक्ट के साथ और बेहतर बनाने में जुटे हैं और अब आप भी इस क्रांति का हिस्सा बन सकते हैं।